
बलौदाबाजार कसडोल। लुकाछिपी का खेल करते हुए अंततः वन विभाग ने जंगल में भटक रहे बाघ को रेस्क्यू कर लिया है वन विभाग एवं ग्रामीणों का मजमा इस मंजर को देखने टूट पड़ा।हालांकि रेस्क्यू टीम ग्रामीणों को उक्त स्थल तक पहुंचने के लिए घेराबंदी कर रखा था।रेस्क्यू टीम की अगुवाई बलौदाबाजार डीएफओ मयंक अग्रवाल कर रहे है।जहां रेस्क्यू के पश्चात आगे की कार्रवाई में आमला जुटा हुआ है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत लगभग मार्च माह से बारनवापारा अभ्यारण्य अंतर्गत कोठारी परिक्षेत्र क्षेत्र में घूमते हुए उक्त बाघ को देखा जा रहा था।वन विभाग इसे लेकर अलर्ट जारी किया था एवं गांव में मुनादी भी एहतियातन करा दी गई थी।किंतु बीते कल दिनांक 25 नवंबर को लवन क्षेत्र में ग्रामीणों ने उसे देखा था वही बाघ आज 26 नवंबर को कसडोल से लगे हुए ग्राम कोट(क)में आशीष कुमार यादव ने विनोद की बाड़ी में चहलकदमी करते हुए आज सुबह 8 बजे अचानक करीब 5 मीटर की दूरी पर बाघ को देखा इसके पश्चात बदहवासी में समीप ही बने शौचालय में युवक ने छुपकर अपनी जान बचाई।इसके पश्चात बाघ गोरधा होते हुए कसडोल के पारस नगर सेक्टर 01 में पहुंच गया।इसके पूर्व वन विभाग की रेस्क्यू टीम अपनी नजरें जमाए हुए बाघ का पीछा कर रही थी।चूंकि बाघ तेज गति से न दौड़कर चहल कदमी करते हुए रिहायशी इलाकों में घूम रहा था।इस कारण वन विभाग को ट्रेंकुलाइजर गन चलाने एवं निशाना लगाने में ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा इस तरह बाघ को टीम ने रेस्क्यू कर लिया है।रेस्क्यू टीम में रायपुर से आए हुए ट्रेंकुलाइजर गन धारकों ने पीछा कर बाघ को बेहोश कर अपने कब्जे में रखा है।इसे रायपुर जंगल सफारी या अन्य जगह ले जाने की बात कही जा रही है।वन विभाग स्वच्छंद घूम रहे बाघ को लंबे समय से पकड़ने की योजना बनाए हुए थे उन्हें अब जाकर सफलता मिली जहां लोगों ने राहत की सांस ली है।इस दौरान वन विभाग,पुलिस विभाग व डाक्टर की टीम सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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